चित्रपट: विधाता (1982)
संगीत: कल्याण जी आनंद जी
गीतकार: आनंद बक्षी
स्वर: आशा भोंसले
Album Cover Vidhaata 1982 |
संस्करण १:
Udi Baba - Vidhaata (1982) from Vinay Prajapati on Vimeo.
गीत के बोल:
आ आ
आ आ ई ई ऊ ऊ ऐ ऐ
उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
आ आ
आ आ ई ई ऊ ऊ ऐ ऐ
उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
आ आ
आ आ ई ई ऊ ऊ ऐ ऐ
उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
नशा ये कैसा उड़ी बाबा
मुझे हो गया उड़ी बाबा
नशा ये कैसा मुझे हो गया
दिल मेरा खो गया
आ आ ई ई ऊ ऊ ऐ ऐ
उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
आ आ ई ई ऊ ऊ ऐ ऐ
उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
हे,
हा आ आ आ, हा आ आ आ
हा आ आ आ, हा आ आ आ
बैंग बैंग, आ
बैंग बैंग, आ
बैंग बैंग, आ
बैंग
ओ मैं आ गयी जाने किधर
मुझको नहीं इसकी ख़बर
दीवानी लड़की ये लगती ऐसे दीवानों की महफ़िल है
यहाँ पे आना आसान हैं पर यहाँ से जाना मुश्किल है
उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
नशा ये कैसा उड़ी बाबा
मुझे हो गया उड़ी बाबा
नशा ये कैसा मुझे हो गया
दिल मेरा खो गया
आ आ ई ई ऊ ऊ ऐ ऐ
उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
हा आ आ आ, हा आ आ आ
हा आ आ आ, हा आ आ आ
बैंग बैंग, आ
बैंग बैंग, आ
बैंग बैंग, आ
बैंग
ओ कितनी हसीं ये रात है
क्या ये मेरी बारात है
हा हा, थोड़ी देर में तेरा दूल्हा राजा यहाँ पे आयेगा
अपनी रानी को डोली में बिठा के तुझे ले जायेगा
उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
नशा ये कैसा उड़ी बाबा
मुझे हो गया उड़ी बाबा
नशा ये कैसा मुझे हो गया
दिल मेरा खो गया
आ आ ई ई ऊ ऊ ऐ ऐ
उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
आ आ ई ई ऊ ऊ ऐ ऐ
उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
आ आ ई ई ऊ ऊ ऐ ऐ
उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
आ आ ई ई ऊ ऊ ऐ ऐ
उड़ी बाबा उड़ी बाबा उड़ी बाबा
खरगोश का संगीत राग रागेश्री पर आधारित है
ReplyDeleteजो कि खमाज थाट का सांध्यकालीन राग
है, स्वरों में कोमल निशाद और बाकी स्वर शुद्ध लगते हैं, पंचम इसमें वर्जित
है, पर हमने इसमें अंत में पंचम का प्रयोग
भी किया है, जिससे इसमें राग बागेश्री भी झलकता है.
..
हमारी फिल्म का संगीत वेद नायेर
ने दिया है... वेद जी को अपने
संगीत कि प्रेरणा जंगल में चिड़ियों कि चहचाहट से मिलती है.
..
Also visit my web page : संगीत
aap to kafi gayani lagten hai bade acche acche blog par aap sair karten hai
DeleteI like songs written by Anand Bakshi Saheb JI.
ReplyDeleteआनन्द बक्षी साहब को समर्पित इस ब्लॉग पर प्रशंसक बनकर उन्हें श्रद्धांजलि दें।
ReplyDeletesahi hai mara bhi mahan is hasti ko naman hai .श्रद्धांजलि sawikaar karen.
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